अक्षांश व देशांतर रेखायें किसे कहते हैं? कर्क रेखा, मकर रेखा, भूमध्य रेखा के बारे में विस्तृत जानकारी in hindi
नमस्कार दोस्तो आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग पर आज के टॉपीक में आपको बताने वाला हॅु अक्षांश व देशांतर रेखाओं से जुड़ी हुई महत्वूपर्ण जानकारी जिसे पढ़कर आपकी अक्षांश व देशांतर रेखाओं से रिलेटेड सभी टॉपीक आसान से क्लियर हो जायेंगें। दोस्तों हम अक्षांश व देशांतर रेखाओं को एक ही पोस्ट में कवर न करके दो या तीन पोस्ट के माध्यम से अक्षांश व देशांतर रेखाओं से जुडी जानकारियों से रूबरू होंगें। तो दोस्तों चलिए चलते हैं आज के मजेदार आर्टीकल की और-
(1) अक्षांश व देशांतर रेखाओं का प्रयोग कहां किया जाता हे।
उत्तरः- प्रथ्वी के अध्ययन को आसान व सुगम बनाने के लिए इसके ग्लोब (नमुने पर) कृत्रिम या कॉल्पनिक रेखाओं को खिंचा गया है। इन्हीं काल्पनिक रेखाओं को अक्षांश व देशांतर रेखाओं के नाम से जाना जाता है।
इन रेखाओं के माध्यम से पृथ्वी के किसी भी भाग की स्थिति , समय तापमान वर्षण तथा जलवायु से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों को समझने में आसानी होती है।
अक्षांश
अक्षांश किसी स्थान की पृथ्वी के कंेद्र (भूमध्य रेखा) से मापी गयी कोणीय दुरी एंग्युलर डिस्टेंस अक्षांश कहलाती है।
दोस्तों भूमध्य रेखा से उत्तर या दक्षिण की ओर मापी गयी कोणीय दुरी अक्षांश कहलाती है।
तो दोस्तों आइये हम जान लेते हैं कि:-
(2) अक्षांश रेखायें किसे कहते हैं?
अक्षांश रेखायेंः-
पृथ्वी पर काल्पनिक खिंची गई क्षैतिज रेखायें होती है, वे अक्षांश रेखायें कहलाती है। पृथ्वी के ग्लोब (नमुने पर ) आड़ी खिंची हुई समांतर रेखायें ही अक्षांश रेखायें है। ये पूर्व से पश्चिम की ओर खिंची हुई होती है।
अक्षांश रेखाओं से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण जानकारीः-
1. दो समान अक्षांशों को मिलाने वाली रेखा को अक्षांश रेखा कहते हैं।
2. यह पूर्व से पश्चिम की ओर खिंची हुई होती है।
3. यह सभी रेखायें काल्पनिक होती है।
4. यह क्षैतिज होती है।
5. सभी अक्षांश रेखायें एक दुसरे के समांतर अर्थात perallal होती है।
6. दो रेखाओं के मध्य समान दुरी होती हैः- 111.3 किमी
7. अक्षांश रेखायें पूर्ण वृत्त होती है।
8. महान वृत्त भूमध्य रेखा को कहा जाता है। यह एकमात्र महान वृत्त है। भूमध्य रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बांटती है। इस कारण इसे महान वृत्त कहा जाता है।
9. अक्षांशों की संख्याः- 181 अक्षांश
10. अक्षांश वृत्तों की संख्या- 179 (उत्तरी व दक्षिण धु्रव बिंदु के रूप में होने से उन्हें रेखा नहीं माना जा सकता है। इस कारण इनकी संख्या 181 - 2 = 179 होती है।
11. अक्षांश रेखाओं की लंबाई समान नहीं होती है। भूमध्य रेखा से धु्रवों की ओर जाने पर इनमें कमी प्रमुख रूप से दृष्टिगोचर होती है।
12. चिन्ह = इन्हें फाई के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
प्रमुख अक्षांश रेखायेंः-
1. भुमध्य रेखा:- इसे 0 डिग्री अक्षांश भी कहा जाता है। यह पृथ्वी को बराबर भागां में बांटती है। यह एक महान वृत्त है।
2. कर्क रेखाः- 23 1/2 डिग्री उत्तरी अक्षांश रेखा को कर्क रेखा के नाम से जाना जाता है।
3. मकर रेखाः- 23 1/2 डिग्री दक्षिणी अक्षांश रेखा को मकर रेखा के नाम से जाना जाता है।
4. आर्कटीक वृत्तः-66 1/2 डिग्री उत्तरी अक्षांश रेखा को आर्कटीक वृत्त के नाम से जाना जाता है।
5. अंटार्कटीक वृत्तः-66 1/2 डिग्री ंदक्षिणी अक्षांश रेखा को अंटार्कटीक वृत्त के नाम से जाना जाता है।
6. अश्व अक्षांशः- 30 डिग्री से 35 डिग्री उत्तरी व दक्षिणी अक्षांश को उपोष्ण उच्च वायुदाब पेटी के नाम से जाना जाता है।
7. उत्तरी धु्रवः- 90 डिग्री उत्तरी अक्षांश को उत्तरी धु्रव के नाम से जाना जाता है।
8. दक्षिणी ध्रुवः- 90 डिग्री दक्षिणी अक्षांश को दक्षिणी ध्रुव के नाम से जाना जाता है।
तो चलिये दोस्तों हम अब कुछ प्रमुख अक्षांश रेखाओं के बारे मे एक एक करके जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
(3) भूमध्य रेखा:-
भूमध्य रेखा को विषुवत रेखा भी कहा जाता है। भूमध्य रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बांटती हैं। इस कारण इसे महान वृत्त भी कहा जाता है।
1. 0 डिग्री का अक्षांश ही भूमध्य रेखा है।
2. लंबाईः- इसकी लंबाई 40096 किमी है। जो सभी अक्षांश रेखाओं में सर्वाधिक है।
3. भूमध्य रेखा 13 देश, 3 महाद्विप और 3 बड़ी जलराशियों से होकर गुजरती है।
4. भूमध्य रेखा पर साल में दो बार सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती है। 21 मार्च और 23 सितंबर अतएव 21 मार्च व 23 सितंबर की इस अवधि को विषुभ कहा जाता है इसलिए इस रेखा को विषुवत रेखा कहा जाता है।
5. कोरियोलिस बल:- कोरियोलिस नामक के वैज्ञानिक ने एक सिद्धांत दिया कि हमारी पृथ्वी पर कोई भी चिज उत्तरी व दक्षिणी गोलार्द्ध से आती है तो ये हवाएॅ पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण थोड़ी पूर्व की ओर मुड़ जाती है।
6. इस प्रकार विषुवत रेखा /भूमध्य रेखा पर न्युनतम कोरियोलिस बल जो कि शुन्य के बराबर होता है तथा अधिकतम घूर्णन गति भी भूमध्य रेखा पर ही होती है।
7. सुर्य लंबवत चमकता है। जिस कारण यहां अत्यधिक ताप होता है और इस कारण वाष्पीकरण स्वरूप अत्यधिक जैव विविधता पाई जाती है।
8. 3 महा़िद्वप:- दक्षिण अमेरिका, आफ्रिका तथा एशिया से होकर ये रेखा गुजरती है।
9. 3 जलराशियांः- प्रशांत महासागर , अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर में से होकर यह रेखा गुजरती है।
10 13 देश:- कोलंबिया, इक्वाडोर, ब्राजील, साओ टोम प्रिसेप, गैबॉन, रिपब्लिक कांगो, डेमोक्रेटिक कांगो, युगांडा, केन्या, सोमालिया, मालदीव, इंडोनेशिया, किराबाती।
11. भूमध्य रेखा के अंतर्गत पाये जाने वाले वनों में सदाबहार वन पाये जाते हैं।
12. कांगो जायरे नदी विषुवत रेखा को दो बार काटती है।
13. इस रेखा के उत्तरी भाग को उत्तरी गाोलार्द्ध तथा दक्षिणी भाग को दक्षिणी गोलार्द्ध के नाम से जाना जाता है।
(4) कर्क रेखा या ट्रोपिक ऑफ केंसर / Tropic of cancer
1. 23 1/2 डिग्री उत्तरी अक्षांश ही कर्क रेखा है।
2. वर्ष में एक बार सूर्य कि किरणंे कर्क रेखा पर लंबवत पड़ती है। जिसे ग्रीष्म आयनांत कहा जाता है। यह किरणें लंबवत 21 जुन को पड़ती है।
3. कर्क रेखा की लंबाईः- 36788 किमी है।
4. 3 महाद्विपः- उत्तर अमेरिका, आफ्रिका, एशिया
5. यह रेखा 3 महाद्विप, 18 देश और 6 जलराशियों से होकर गुजरती है।
6. 18 देशः- मेक्सिको, चाड़, बाहमास, पश्चिमी सहारा, मॉरिटानिया, अल्जीरिया, माली, नाइजर, लीबिया, मिस्त्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, चीन, ताइवान
7. 6 जलराशियां - प्रशांत महासागर, मैक्सिको की खाड़ी, अटलांटिक महासागर, लाल सागर, अरब सागर, ताइवान की खाड़ी।
8. भारत में 8 राज्यों से होकर कर्क रेखा निकलती है। गुजरात, राजस्थान मध्यपप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड़ , पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मिजोरम।
कर्क रेखा भारत के कितने राज्यों से होकर गुजरती है याद करने की trick in hindi यहां से पढ़े।
9. मध्यप्रदेश में 14 जिलों से होकर कर्क रेखा गुजरती है।
रतलाम, उज्जैन, आगर मालवा, राजगढ़, सीहोर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सागर, दमोह, जबलपुर, कटनी, अमरिया, शहडोल
10. माही नदी कर्क रेखा को दो बार काटती है।
(3) मकर रेखा
1. इसे 231/2 डिग्री दक्षिणी अक्षांश के नाम से भी जाना जाता है।
2. वर्ष में एक बार सूर्य मकर रेखा पर लंबवत पड़ता है। यह 22 दिसंबर को लंबवत पड़ता है। जिसे शीत आयनांत कहा जाता है।
3. मकर रेखा की लंबाईः- 36788 किमी है।
4. 3 महाद्विप , 10 देश और 3 बड़ी जलराशियों से होकर यह रेखा गुजरती है।
5. 3 महाद्विपः- दक्षिण अमेरिका, आफ्रिका, आस्ट्रेलिया
6. 10 देशः- चिली, अर्जेंटीना, पराग्वे, ब्राजील, नामीबिया, बोत्सवाना, साउथ आफ्रिका, मोजांबिक, मेडागास्कर, आस्ट्रेलिया।
7. 3 बड़ी जलराशियांः- प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर आदि जल राशियों से होकर यह रेखा गुजरती है।,
8. लिम्पोपो नदी मकर रेखा को दो बार काटती है।
आशा करता हॅु दोस्तों आपको हमारे द्वारा बतायी गई जानकारी पसंद आयी होगी और उम्मीद करता हॅु इस जानकारी को प्राप्त कर आप किसी भी परिक्षा में इस पोस्ट में बताये गये टॉपीक्स से संबंधित किसी भी प्रश्न का आसानी से जवाब दे पायेंगंे।
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